THE ULTIMATE GUIDE TO BAGLAMUKHI SHABAR MANTRA

The Ultimate Guide To baglamukhi shabar mantra

The Ultimate Guide To baglamukhi shabar mantra

Blog Article



• Removes all the sorrows and gives self-confidence, fearlessness and bravery.• Fills the minds and hearts with the devotees with a good Vitality to move the accomplishment route• Gets rid of the debts and enhances prosperity at your house• Fear of enemies is removed along with the devotee experiences a terrific diploma of comfort and ease in mind. The enemies will no extra be capable to confront you.



The strength of the Goddess is known as Sthambhan Shakti, through which she can make the enemies erect. She fulfills the needs of her devotees by protecting them from conspiracies and enemies.

ॐ बगलामुखी महाक्रूरी शत्रू की जिह्वा को पकड़कर मुदगर से प्रहार कर , अंग प्रत्यंग स्तम्भ कर घर बाघं व्यापार बांध तिराहा बांध चौराहा बांध चार खूँट मरघट के बांध जादू टोना टोटका बांध दुष्ट दुष्ट्रनी कि बिध्या बांध छल कपट प्रपंचों को बांध सत्य नाम आदेश गुरू का।

I check here meditate on Goddess Baglamukhi who can make the enemies motionless. Let the potent goddess bless me with a clear sight.

कलि बिलोकि जग हित हर गिरिजा। साबर मंत्र जाल जिन्ह सिरिजा॥

ॐ बगलामुखी महाक्रूरी शत्रू की जिह्वा को पकड़कर मुदगर से प्रहार कर , अंग प्रत्यंग स्तम्भ कर घर बाघं व्यापार बांध तिराहा बांध चौराहा बांध चार खूँट मरघट के बांध जादू टोना टोटका बांध दुष्ट दुष्ट्रनी कि बिध्या बांध छल कपट प्रपंचों को बांध सत्य नाम आदेश गुरू का।

जिव्हा खिंच लो शत्रु की सारी, बोल सके न बिच सभारी तुम मातु मैं दास तुम्हारा,

ॐ मलयाचल बगला भगवती महाक्रूरी महाकराली राजमुख बन्धनं ग्राममुख बन्धनं ग्रामपुरुष बन्धनं कालमुख बन्धनं चौरमुख बन्धनं व्याघ्रमुख बन्धनं सर्वदुष्ट ग्रह बन्धनं सर्वजन बन्धनं वशीकुरु हुं फट् स्वाहा।

‘‘जय जय बगला महारानी, अगम निगम की तुम्हीं बखानी, संकट में घिरा दास तुम्हारो,



Baglamukhi’s strength is her magical attraction, to immobilize and strike the enemy. A further energy of Mahavidya Baglamukhi is to meet the wishes of devotees.

To perform Baglamukhi Shabar Mantra Sadhana, a single desires to arrange them selves mentally and bodily. The practitioner should stick to a certain technique that requires the chanting of mantras and doing several rituals.

मंत्र: ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ओं स्वाहा॥

Report this page